धन प्राप्ति के 14 आसान उपाय

धन प्राप्ति के आसान उपाय। हमारा जीवन भोजन, पानी और हवा इन तीन मूलभूत चीजों पर निर्भर है, जिनकी पूर्ति लगभग हर व्यक्ति कर लेता है । किन्तु स्वच्छ वातावरण में अच्छे भोजन, वस्त्र और आवश्यक भौतिक साधनों सहित समाज में प्रतिष्ठित जीवन व्यतीत करने के लिए अधिक धन की आवश्यकता होती है । इसलिए हर व्यक्ति धन प्राप्ति के आसान उपाय अपनाने का प्रयास करता है । धन प्राप्ति के आसान उपाय अनेक हो सकते हैं । लेकिन हमें यह ज्ञान होना आवश्यक है कि हमारे लिए किस धन का क्या और कितना महत्व है ।

वर्तमान समय पूंजीवाद का बोलबाला इतना बढ़ गया है कि हर व्यक्ति जल्दी से जल्दी धनवान बनना चाहता है । लक्ष्मी प्राप्ति लिए मंत्र, यंत्र और तंत्र का सहारा लेकर या धन वृद्धि करने वाली दुर्लभ वस्तुएं घर, दुकान या व्यावसायिक स्थान पर स्थापित कर विधिवत रूप से उनकी पूजा की जाती है । किन्तु धन लोलुपता का भाव इंसान को इन सभी उपायों के विफल होने का एहसास कराता है । यह प्रश्न अवश्य मन में उत्पन्न होता होगा कि धन प्राप्ति के आसान उपाय कौनसे हैं, जिन्हें अपनाने से हमारे जीवन में धनवृद्धि होती हुई नजर आए ?

धन का महत्त्व और परिभाषा क्या है ?

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धन प्राप्ति के आसान उपाय जानने से पहले यह जानना आवश्यक है कि धन का हमारे जीवन में कितना महत्व है और वास्तविक धन किसे कहा जाता है । धन कमाने के लिए धन की वास्तविक परिभाषा का ज्ञान होना आवश्यक है । तभी हम विवेकयुक्त तरीके से धनोपार्जन करके भौतिक साधनों का उपभोग करते हुए सुखद जीवन का आनन्द ले सकेंगे । प्रस्तुत आलेख में हम यह जानेंगे कि धन प्राप्ति के आसान उपाय क्या हैं जिन्हें अपनाने से हम समस्त भौतिक संसाधनों से सम्पन्न होकर सुखद और आरामदायक जीवन व्यतीत कर सकते हैं ।

जिस चीज से भोजन, कपड़ा, मकान और समस्त भौतिक साधन जुटाए जाते हैं, उसे धन कहा जाता है । किन्तु यह धन की पूर्ण परिभाषा नहीं है । केवल रुपया होने से ही कोई धनवान नहीं कहलाता, बल्कि किसी व्यक्ति को निश्चिन्त और सुखी जीवन जीने का एहसास कराने वाली शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक और सामाजिक अनुकूलताएं ही उसके धनवान होने का प्रमाण है ।

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अपार धन प्राप्ति के आसान उपाय क्या है ?

यदि धन का सदुपयोग करने का विवेक जागृत हो तो धन प्राप्ति के आसान उपाय अवश्य फलीभूत होंगे । अक्सर ज्योतिषियों और पण्डितों द्वारा पूजा, अर्चना और टोने टोटकों के माध्यम से धन प्राप्ति के आसान उपाय बताए अवश्य जाते हैं किन्तु उनके सफल होने का दावा नहीं किया जाता । ऐसे उपाय केवल मन को तसल्ली दे सकते हैं या धनवान बनने की उम्मीद जगा सकते हैं । धन प्राप्ति के आसान उपाय खोजना कठिन नहीं है लेकिन इसके लिए जीवन में आध्यात्मिकता, सच्चाई और कर्तव्यनिष्ठा होनी आवश्यक है ।

लोग धन प्राप्ति के आसान उपाय के चक्कर में अंधविश्वासों में पड़कर और ही गरीब हो जाते हैं । हम इन उपायों का विरोध या उनकी आलोचना नहीं करते, किन्तु इन उपायों के साथ साथ यदि हम अपनी दिनचर्या को निम्नांकित उपायों के माध्यम से संशोधित करते हैं तो पर्याप्त धन प्राप्ति के आसान उपाय अवश्य कारगर हो सकते हैं । आईए जानते हैं धन प्राप्ति के आसान उपाय क्या क्या हैं –

स्वच्छता अपनाएं

भारतीय सनातन संस्कृति में यह कहा गया है कि जहां स्वच्छता हो, वहां देवी देवताओं का वास होता है । अर्थात् जहां स्वच्छत हो वहां धन लक्ष्मी का आगमन होता है । अगर घर की ठीक से साफ-सफाई न हो तो यह आर्थिक हानि का मुख्य कारण बन सकता है । इसलिए घर हमेशा साफ स्वच्छ रखना चाहिए । धन प्राप्ति के आसान उपाय में यह सबसे पहला उपाय है ।

रात के समय जूठे बर्तन नहीं छोड़ें

रात में जूठे बर्तन कभी नहीं छोड़ने चाहिए । जूठापन और गन्दगी हमेशा नकारात्मक ऊर्जा संचारित करती है । कहा जाता है कि अधिक देर तक जूठे रहने वाले बर्तन भी रोते हैं । हम सभी जानते हैं कि रुदन अपशकुन का परिचायक है, जो धन की बचत और विकास दोनों पर अंकुश लगाता है । इसलियेरात्रि को सोने से पूर्व सभी जूठे बर्तन धुलाई कर लेने चाहिए ।

शुद्ध आचरण और अच्छे विचार

अपार धन प्राप्ति के आसान उपाय तभी सफल होंगे जब हमारा आचरण शुद्ध होगा और हमारे विचार अच्छे होंगे। कुटील कपटी व्यक्ति के साथ कोई सम्बन्ध नहीं रखना चाहेगा । इसलिए व्यापारिक उन्नति के लिए हमारा आचरण शुद्ध विचारों पर आधारित होना चाहिए ताकि अन्य लोग हम पर भरोसा कर सकें ।

ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करना

जीवन में प्राप्त सभी संसाधनों के लिए हमें कृतज्ञ होकर परमात्मा का आभार प्रकट करना चाहिए । यही कृतज्ञता, धन्यवाद और सन्तुष्टता का भाव और अधिक धन, सम्पत्ति व भौतिक साधन बढ़ने की सम्भावनाएं उत्पन्न करता है ।

परिवार में एक साथ भोजन करें

परिवार सभी सदस्यों का भोजन करने का समय अलग होने के कारण भोजन बनाने वाली गृहणी की मनोस्थिति पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ने से उसके नकारात्मक भाव सूक्ष्म रूप से घर का वातावरण बिगाड़ देते हैं । इसके विपरीत एक ही समय पर भोजन करने से आपसी स्नेह, सहयोग और सम्मान की भावना विकसित होती है । भौतिक संसाधनों का अनावश्यक अपव्यय कम हो जाता है । यह बचत गुप्त रूप से धन वृद्धि में सहयोग करती है ।

सात्विक दिनचर्या अपनाएं

अव्यवस्थित दिनचर्या हमारी आर्थिक उन्नति में सबसे बड़ी बाधक है । अस्त व्यस्त दिनचर्या जीवन में उन्नति और प्रगति का माहौल बनने नहीं देती । धन कमाने की राह में असंयमित दिनचर्या विघ्नों का पहाड़ है । ऐसी स्थिति में धन की वृद्धि होना असम्भव है । संयमित और सात्विक दिनचर्या तन मन को स्वस्थ रखकर अनेक भौतिक साधनों का अपव्यय रोकती है । शारीरिक स्वास्थ्य सुधरने से अनावश्यक चिकित्सीय खर्चों पर अंकुश लगता है । यह गुप्त बचत आर्थिक उन्नति में सबसे बड़ी सहयोगी है ।

दया और सेवा भाव

हम कुछ ऐसे लोग भी देखते हैं जो अपनी मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करने में भी सक्षम नहीं । मन में दया और सेवा भाव से आय का कुछ प्रतिशत उन पर खर्च करने से उनके हृदय से निकलने वाली दुआएं हमारे जीवन में आर्थिक उन्नति के नए द्वार स्वतः ही खोलती है ।

पशु पक्षियों की देखभाल

हमारे जीवन की अनेक अनुकूल परिस्थितियों का कारण दूसरे जीव जन्तु भी होते हैं । कुछ धनराशि उन पशु पक्षियों के भोजन की व्यवस्था पर व्यय करने से अप्रत्यक्ष रूप से हमें लाभ होता है । कौनसे पशु या पक्षी को भोजन देने से कैसे आर्थिक लाभ होता है, इसका कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं बताया जा सकता ।

लेकिन उदाहरण के लिए यदि किसी कुत्ते को प्रतिदिन रोटी दी जाती है तो वह हमारे प्रति पूर्णतः आश्रय भाव के फलस्वरूप हमारे घर में चोरों का प्रवेश रोकता है । इसी प्रकार अन्य प्राणियों की देखभाल करने का संस्कार हमें अनेक प्रकार की अदृश्य विपत्तियों से बचाता है । हमारी आर्थिक उन्नति का यह गुप्त किन्तु महत्वपूर्ण कारण हो सकता है ।

धन का सदुपयोग करें

जुआ, शराब, नशा, फिजूल खर्ची जैसी आदतें धन का घोर अपमान है । इन बुरी आदतों से ग्रसित रहते हुए अमीर बनने का सपना कभी सच नहीं हो सकता । इसलिए हमारे पास उपलब्ध धनराशि का सम्मान करते हुए उसे सही कार्यों में ही खर्च करना चाहिए । तभी हमारे जीवन में अधिक धन आने की सम्भावनाएं बन सकेंगी ।

भोग वृत्ति का त्याग करें

इन्द्रिय सुखों को जीवन की प्राथमिकता समझने वाले लोगों के पास धन लक्ष्मी ठहर नहीं सकती । क्योंकि ऐसे लोग थोड़ा सा धन आते ही उसे इन्द्रिय सुख भोगने में खर्च करने को तत्पर रहते हैं । इसलिए धन वृद्धि के लिए इन्द्रिय सुख भोगने की लालसा पर अंकुश लगाना आवश्यक है ।

गुणों से धनवान बनें

भौतिक धन सम्पत्ति उनके पास ठहर सकती है जो सत्यता, ईमानदारी और विश्वसनीयता जैसे गुणों से सम्पन्न व्यक्तित्व के आधार पर अपने जीवन का संचालन करते है । ऐसे लोग सबके विश्वास पात्र होते है जिनके साथ व्यापारिक सम्बन्ध स्थापित करना सभी अपना सौभाग्य समझते हैं । इसलिए गुणवान बनना हमारे अमीर होने का महत्वपूर्ण आधार है ।

समय का सदुपयोग करें

समय ऐसा धन है जो खर्च होने के बाद कमाया नहीं जा सकता । इसलिए जीवन के प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करने के लिए किसी न किसी रचनात्मक कार्य में व्यस्त रहना चाहिए । समय का सदुपयोग हमें अनेक क्षेत्रों का अनुभवी बनाकर धन प्राप्ति के द्वार खोलता है ।

धनी लोगों से ईष्या का त्याग

कुछ लोग अमीरों के प्रति ईर्ष्या रखकर कहते हैं कि अमीर लोग दयालू नहीं होते, वे गलत तरीकों से धन कमाते हैं, वे बहुत निर्दई और चरित्रहीन होते हैं । ऐसी भावना वाले लोग खुद कभी भी अमीर नहीं बन सकते । क्योंकि अमीरों से घृणा करके वे स्वयं को अमीर बनाने वाले सभी मार्ग अपने हाथों से ही बंद कर लेते हैं । इसलिए धनवान लोगों के प्रति सकारात्मक भाव जगाएं । तभी अमीर बनने की अनुकूलताएं स्वतः ही बनने लगेगी ।

गृह क्लेश समाप्त करें

जिन घरों में छोटी छोटी बातों को लेकर वाद विवाद और झगड़े होते रहते हैं, वहां कभी भी धन ठहर नहीं सकता क्योंकि वे लोग धन कमाने का अनमोल समय आपसी विवादों में बर्बाद कर देते हैं । इसलिए धन वृद्धि के लिए आपसी मतभेद और पारिवारिक कलह क्लेश को समाप्त करना चाहिए ।

धन से क्या नहीं खरीद सकते ?

कहने को तो हम धन से सबकुछ खरीद सकते हैं, लेकिन जो चीजें हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं, वे धन से खरीदी नहीं जा सकती। आइये उन चीजों के बारे में जानते हैं

धन केवल हमें भौतिक संसाधन दे सकता है, लेकिन सुख की अनुभूति नहीं करा सकता ।

धन से दवा और भोजन खरीदा जा सकता है लेकिन स्वास्थ्य नहीं खरीदा जा सकता ।

धन से आरामदायक बिस्तर खरीदा जा सकता है लेकिन नींद नहीं खरीदी जा सकती ।

धन से किताबें खरीदी जा सकती है लेकिन ज्ञान नहीं खरीदा जा सकता ।

धन से अनेक स्थानों पर घूमने जा सकते हैं लेकिन सच्ची शान्ति खरीदी नहीं जा सकती ।

इसलिए यदि जीवन में निरन्तर सुख, शान्ति और आनन्द का अनुभव करना है तो उसमें धन की भूमिका बहुत कम है । इसलिए हमें शुद्ध संस्कारों से, श्रेष्ठ विचारों से, अच्छे आचरण से और व्यक्तित्व से अमीर बनना चाहिए । तभी हमारे जीवन में भौतिक धन सम्पत्ति का सुगमता से आगमन भी होगा और उस धन का भरपूर आनन्द भी उठाया जा सकेगा ।

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हमारे पास कितना धन होना चाहिए ?

अमीर बनने की इच्छा रखने वाला कोई भी व्यक्ति इस प्रश्न का उत्तर नहीं दे सकता कि वह कितना धनवान बनना चाहता है । अमीर बनना महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि धन खर्च करने में विवेकशील होना महत्वपूर्ण है । धन का जीवन में कितना महत्व होना चाहिए, इस विषय में कबीर जी का दोहा स्मृति पटल पर आता है कि –

साईं इतना दीजिए, जामे कुटुंब समाए, मैं भी भूखा न रहूं, साधु न भूखा जाए।

कबीर दास जी परमात्मा से कहते हैं कि मुझे इतना ही धन दो कि जिसमें बस मेरा गुजरा चल जाए, मैं खुद भी अपना पेट पाल सकूं और आने वाले मेहमानों को भी भोजन करा सकूं । धन के प्रति हमारे सन्तोष की सीमा कहां तक है, यह विवेक हमारे अन्दर होना आवश्यक है ।

धन प्राप्ति के आध्यात्मिक उपाय

धन का अर्थ लोग केवल स्थूल धन से ही लगाते हैं । जबकि आध्यात्मिक दृष्टिकोण से धन का अर्थ है आत्म संयम द्वारा समृद्धि की दिशा में अग्रसर होना । आध्यात्मिक तरीके से धन प्राप्ति के आसान उपाय निम्नलिखित हैं –

कर्मयोग और सेवा

दिन प्रतिदिन अपने कर्म को उत्कृष्ट बनाने से प्रसिद्धि, सम्मान, सत्कार के साथ साथ स्थूल सम्पदा का आगमन स्वतः होने लगता है । दूसरों की सेवा करने से कार्य कुशलता में सुधार होने लगता है, बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं, मनोबल और आत्मबल रूपी धन का विकास होता है । धन प्राप्ति के आसान उपाय की श्रेणी में यह सर्वोत्तम उपाय है ।

आशीर्वाद और धन्यवाद

अपने माता-पिता, गुरु, और बड़ों के आशीर्वाद की हमारी उन्नति में बहुत महत्वपूर्ण हैं । इनके अनुभवों से हम अपनी कार्यशैली को संशोधित करते हुए जीवन को आदर्श व महान बना सकते हैं । यही महानता वास्तविक धन सम्पत्ति है । बड़ों के आर्शीवादों की प्रचूरता ही धन प्राप्ति के आसान उपाय स्वतः ही उत्पन्न कर देते हैं ।

कृतज्ञता

जीवन में अनेक लोगों की मदद से हम आगे बढ़ते हैं । हमें दूसरों का सहयोग प्राप्त करने के बदले उनके प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट करना चाहिए । यह कृतज्ञता भविष्य में भी सहयोग के द्वार खुले रखती है । यह सहयोग एक प्रकार का धन है जो विपरीत परिस्थितियों में काम आता है । कृतज्ञता प्रकट करने वालों को धन प्राप्ति के आसान उपाय खोजने की आवश्यकता नहीं रहती ।

मनन और ध्यान

धन प्राप्ति के आसान उपाय में ध्यान और मनन बहुत ही सरल माध्यम है जो हमारी आवश्यकताओं और लक्ष्यों के प्रति सही समझ विकसित करता है जिससे धन के प्रति हमारा सही दृष्टिकोण बना रहेगा ।

आत्म-संवाद और उद्देश्य

आत्म-संवाद द्वारा हमारा उद्देश्य स्पष्ट नजर आता है । हम अपने कर्मों की दिशा तय करके उस ओर सतत प्रयास कर सकते हैं । धन प्राप्ति के आसान उपाय खोजने में यह विधि बहुत उपयोगी है ।

सच्चाई और ईमानदारी

सच्चाई और ईमानदारी दोनों ही गुण धन प्राप्ति के आसान उपाय के रूप में हमेशा काम आते है । ईमानदारी और सच्चाई औरों का विश्वास जीतने में मदद करती है । यही विश्वास हमारी समृद्धि का आधार है ।

ऊपर बताए गए धन प्राप्ति के आसान उपाय हमारी आध्यात्मिक उन्नति करने के साथ साथ आर्थिक समृद्धि अवश्य दिलाते हैं । हो सकता है इन उपायों से आर्थिक समृद्धि में अधिक समय लगे, किन्तु वह समृद्धि चिरकाल तक स्थाई रहेगी ।

अन्तिम शब्द

धन प्राप्ति के लिए कुछ लोग ज्योतिष, टोने, टोटके, मंत्र, यंत्र, पूजा, हवन आदि कर्म कांड बताते हैं, जिनकी सफलता की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता । इन उपायों के साथ साथ यदि इस आलेख में जो धन प्राप्ति के आसान उपाय बताए गए हैं, उन्हें अपने व्यावहारिक जीवन में अपनाया जाये तो धनवृद्धि अवश्य होगी । किन्तु इनके फलीभूत होने में कितना समय लगेगा, यह हमारी आस्था और विश्वास पर निर्भर करता है ।

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